विकराल होती समस्या: बस स्टैंड में कचरा, गंदगी का लगा अंबार- BBG NEWS
स्मार्ट सिटी के तमगे के बावजूद झांसी बदहाल क्यों ?
झाँसी-झांसी को बुंदेलखंड का द्वार भी कहा जाता है. उत्तर प्रदेश के कुल सात जिले बुंदेलखंड क्षेत्र में आते हैं, जिनमें झांसी सर्वाधिक विकसित जिला माना जाता है. संपूर्ण बुंदेलखंड क्षेत्र का सबसे बड़ा शहर झांसी ही है. करीब पांच साल पहले यह केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी परियोजना में भी शामिल हो चुका है. इसलिए कम से कम झांसी शहर के मामले में तो यह उम्मीद लगाई ही जा सकती है कि बुंदेलखंड की पहचान बन चुकी गंदगी कि समस्या यहां नहीं होगी. लेकिन, हकीकत इससे बिल्कुल जुदा है. महानगर के बसस्टैंड का यह नजारा सरकारी दावों की पोल खोलने के लिए काफी है.
महानगर के बस स्टैंड पर नियमित सफाई नही होने के कारण जगह-जगह गंदगी व्याप्त है। जिससे स्थानीय दुकानदारों के साथ ही बस से सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। कई बार शिकायतों के बाद भी अमल नही किया गया है।
बस स्टैंड से दतिया, डबरा, ग्वालियर, बबीना तालबेहट, ललितपुर, रानीपुर मऊरानीपुर, राठ हमीरपुर सहित कई शहरों के लिए लगभग दो से तीन हजार से अधिक यात्री बसों से यात्रा करते हैं। जिससे दिन भर यहां पर लोगों की आवाजाही रहती है। इसके अलावा बस स्टैंड के आस-पास लगभग सौ से अधिक दुकानों का संचालन किया जाता है। नियमित सफाई नही होने के कारण यात्रियों के साथ ही स्थानीय दुकानदारों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नियमित सफाई के लिए दुकानदारों द्वारा कई बार शिकायतें की गई हैं। लेकिन कोई भी कार्रवाई नही की गई है। जिससे दुकानदारों के साथ ही यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
ढाबे के सामने ही कचरा घर बना लिया गया है। नियमित उठान नहीं होने के कारण काफी दुर्गंध आती है। जिसका असर दुकानदारी पर पड़ रहा है।